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Sunday, January 9, 2011

सिर्फ सोचने भर से चलेगा कंप्यूटर

फ्रांसीसी वैज्ञानिकों ने बनाया सॉफ्टवेयर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में किया इसका प्रदर्शन
अब आपको अपने कंप्यूटर को कमांड देने के लिए अन्य आउटपुट साधनों का सहारा नहीं लेना पड़ेगा बल्कि आपके सोचने भर से आपका कंप्यूटर काम करने लगेगा। यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में चल रहे तकनीक समारोह में फ्रांसीसी वैज्ञानिकों द्वारा विकसित उस सॉफ्टवेयर का प्रदर्शन किया गया जो आपके सोचने भर से आपके कंप्यूटर को संचालित करेगा। विचारों को कंप्यूटर कमांड से जोड़कर वैज्ञानिकों ने एक कल्पना को असलियत का जामा पहनाने का काम किया है। उन्होंने अपने इस प्रोग्राम का नाम ओपन वाइब दिया है, जो एक तरह से आपके दिमाग को पढ़ कर कंप्यूटर को कमांड देगा। यह सॉफ्टवेयर 2005 में शुरू की गई परियोजना का परिणाम है। यह सॉफ्टवेयर कई अन्य एप्लीकेशंस को चलाने में भी पूरी तरह सक्षम है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के कंप्यूटर साइंस विभाग में इस सॉफ्टवेयर का प्रदर्शन करते हुए कंप्यूटर वैज्ञानिक यान रेनार्ड और लॉरेंट बोनेट ने कहा कि ओपन वाइब सॉफ्टवेयर मस्तिष्क की गतिविधियों के साथ जुड़े विद्युत संकेतों को संसाधित करता है और इन्हें मशीन के लिए काम करने वाली कमांड में तब्दील कर देता है। उन्होंने कहा कि इसके जरिए व्यक्ति अपने कंप्यूटर या अन्य किसी स्वचालित प्रणाली के साथ बातें कर सकता है यानी बटन दबाने या रिमोट कंट्रोल के लिए हाथों के इस्तेमाल या अन्य किसी हरकत की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि ओपन वाइब ऐसा टूल है जो शोधकर्ताओं और चिकित्सकों से लेकर वीडियो गेम डेवलपर तक विभिन्न पेशे वाले लोगों के काम आ सकता है। यह पूछने पर कि क्या इसके जरिए सिर्फ सोचते हुए लिखा भी जा सकता है? उन्होंने कहा कि इसके लिए व्यक्ति को इइजी (इलेक्ट्रोएनसिफेलोग्राम) कैप पहननी होगी। इसके बाद वह अपना सारा ध्यान उस शब्द पर रखे जिसे वह बोलना चाहता है। जब यह शब्द दिमाग में कौंधेगा तो एक मस्तिष्क तरंग उत्पन्न होगी जिसे पकड़ कर मशीन द्वारा व्याख्या कर दी जाएगी। तकनीक शब्दों में विस्तार से बताते हुए वैज्ञानिकों ने कहा कि ओपन वाइब सॉफ्टवेयर लाइब्रेरी और माड्यूल्स की एक श्रृंखला है जिसे सी++ में लिखा गया है। प्रोग्रामर यूजर अपना खुद का कोड भी विकसित कर सकते हैं जबकि जो नॉन प्रोग्रामर ग्राफिकल इंटरफेस का इस्तेमाल कर सकते हैं। वैज्ञानिकों ने कहा कि यह सॉफ्टवेयर ऐसे लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जो पूरी तरह लकवाग्रस्त होते हैं।