Saturday, February 19, 2011

कैंसर को नष्ट करने आई नई एंटीबॉडी


कैंसर जैसी लाइलाज बीमारी का तोड़ निकालने के लिए वैज्ञानिक तेजी से प्रयास कर रहे हैं। इसी दिशा में भारत और ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने मिलकर एक एंटीबॉडी तैयार की है और उससे कैंसर के उपचार में सफलता हासिल करने का दावा किया है। उनका कहना है कि इस एंटीबॉडी के इस्तेमाल से शरीर में एक मेडिकल स्मार्ट बम बनाया जा सकता है जो कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर सकता है। वर्तमान में उपलब्ध कैंसर के इलाज ट्यूमर की कोशिकाओं को तो नष्ट कर देते हैं, लेकिन वो कैंसर की नई स्टेम सेल को नहीं मार पाते। मगर यह एंटीबॉडी ऐसा कर पाने में सक्षम है। ऑस्ट्रेलिया के डीकिन विश्वविद्यालय और बेंगलूर के भारतीय विज्ञान संस्थान ने बारवन हेल्थ्स एंड्रयू लव कैंसर सेंटर और कैम जेनेक्स फार्मास्यूटिकल्स के साथ मिलकर इस अंतरराष्ट्रीय परियोजना पर काम किया है। वैज्ञानिकों की टीम ने आरएनए एप्टामर प्रोटीन की एक विशेष रसायनिक एंटीबॉडी तैयार की है, जो कैंसर की कोशिकाओं के खिलाफ गाइडेड मिसाइल की तरह काम करती है। यह अध्ययन कैंसर साइंस जर्नल में प्रकाशित हुई है। इस एंटीबॉडी में दवा को ले जाकर सीधे कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने की क्षमता होती है। इसके अलावा यह कैंसर से प्रभावित भाग को पहचानने में भी काफी उपयोगी है। डीकिन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डूआन ने कहा, तमाम नई तकनीक और चिकित्सकीय सुविधाएं आने के बावजूद कैंसर से मरने वालों की संख्या में कमी नहीं आ रही है। इसकी वजह कैंसर की सही समय से पहचान व इलाज नहीं हो पाना है। क्या है एंटीबॉडी? एंटीबॉडी रक्त में पाया जाने वाला एक प्रकार का प्रोटीन है। जो मेरूंदडीय प्राणियों के रक्त या अन्य शारीरिक तरल पदार्थो में पाए जाते हैं। इनका प्रयोग प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा बैक्टीरिया और वायरस (विषाणु) जैसे बाह्य पदार्थो को पहचानने तथा उन्हें बेअसर करने के लिए किया जाता है।

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